जिला अस्पताल की लचर व्यवस्था भगवान भरोसे, मरीज हो रहे परेशान

सोनोग्राफी जांच इलाज के लिए भटकना बना मरीजों की मजबूरी
रायसेन। आप जिला मुख्यालय स्थित सरकारी अस्पताल की लचर व्यवस्थाओं के बारे में सालों साल से खबरें अवश्य पढ़ रहे होंगे सालेंं गुजर गईं लेकिन अस्पताल की कहानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। यहां पर एक बात और विशेष रुप से बताना आवश्यक हुआ है कि जब अस्पताल की मशीनरी को खुद ही महीनों से बुखार चढ़ा हो तो मरीजों का इलाज कैसे होगा यह बड़ी समस्या बनी हुई है। जिला अस्पताल की लचर व्यवस्थाओं से लोग परेशान आ चुके हैं। कहीं सोनाग्राफी जांच तो कभी डेंगू,थाइराइड जांच के लिए मरीजों व उनके परिजनों को भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।अस्पताल प्रबंधन इस बिगड़े ढरऱ्े को सुधारने में नाकाम साबित हो रहा है।ब्लड बैंक की एलाइजा थाराइड रीडर मशीन महीनेभर खराब है।ब्लड बैंक प्रभारी डॉ.बीबी गुप्ता का कहना है कि इसे सुधारने के लिए एम हेल्थ केयर कंपनी भोपाल भेजी गई है।लेकिन कंपनी के मैकेनिक आज कल का बोलकर मरीजों की परेशानी बढ़ा रहे हैं। मजबूरी में जिला अस्पताल इलाज कराने आने वाले डेंगू और थाइराइड की जांच कराने के लिए बाजार की पैथालॉजी लैबों पर भटकना पड़ता है। ऐसे में मरीजों को भारी भरकम फीस चुकाकर जांच रिपोर्ट लाना पड़ता है। तब कहीं जाकर मरीजों का इलाज शुरू हो पाता है जिला अस्पताल में डेंगू की संदिग्ध जांच कराने के लिए आए भागीरथ प्रताप ,रेहान हसीब,जेबा अख्तर,फईम खान,रामदीन पटेल,जहीर खां मेवाती ,मुर्शरम बेग,रवि सिंह आदि ने बताया कि जिला अस्पताल के ब्लड बैंक एलाइजर थाइराइड मशीन महीने भर पूर्व से खराब पड़ी है।ऐसी स्थिति में हम जांच के लिए भटक रहे हैं।अस्पताल की मशीन रिपेयरिंग कब तक होगी वह गुमराह कर मामले को टाल देते हैं। इसी तरह थाइराइड के मरीज आर.के.एस. शर्मा,दिलीप कुशवाह, प्रेम नारायण लोधी,पुष्पा वीर,रेहाना बेगम,रजिया सुल्तान,मेहरबान सिंह,शानू अली,बबलू लोधी का कहना है कि हम थाराइड की जांच कराने के लिए जिला अस्पताल के कई चक्कर लगा चुके हैं।लेकिन एलाइजा थाइराइड रीडर मशीन पिछले एक महीने से खराब पड़ी है।मजबूरी में हमको बाहर की पैथालॉजी लैब से दो तीन गुना रकम खर्च कर जांच रिपोर्ट लाना पड़ती है।तब कहीं जाकर उपचार संभव हो पाता है।इसकी शिकायतें हमने अस्पताल मैनेजमेंट के अधिकारियों से की नतीजा सिफर ही निकला। सिविल सर्जन डॉ.बीबी गुप्ता बताते हैं कि मैकेनिक महीने भर से भरोसा दिला रहे हैं कि जल्द ही मशीन की रिपेयरिंग कर टेस्टिंग कर भेज दी जाएगी।


अस्पताल प्रबंधन ने 40 टोकन बांटे, सोनोग्राफी के लिए प्रसूताएं-मरीज परेशान
जिला अस्पताल में मरीजों,गर्भवती महिलाओं को टोकन लेने के बावजूद अपनी बारी का लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वर्तमान में 40 टोकन मरीजों,गर्भवतियों को वितरित किए सोनोग्राफी जांच कराने के लिए लोगों को भटकना पड़ा ।लेकिन लंबे समय के बाद भी उनको सोनोग्राफी के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।प्रसूता निर्मला देवी,सोनम,सोनाली पटेल,ज्योत्सना सेन,तबस्सुम खान,डूमा बंजारा,वैष्णवी भील ,मरीज सोहेल खान ,बिरजू पटेल,बसंत कुमार गौर, प्रेम सिंह धाकड़ ,चैन सिंह आदि का कहना है कि सोनोग्राफी के लिए लंबा इंताजर उनके मर्ज को और बढ़ा रहा है। बीएमओ उदयपुरा डॉ.रजनीश सिंघई की उदयपुरा में गुस्साई भीड़ ने मारपीट कर दी थी जिससे भोपाल में वह 20 दिनों से निजी नर्सिंग होम में भर्ती होकर इलाज करवा रहे हैं। जबकि वह प्रति सप्ताह में सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को उदयपुरा से रायसेन अस्पताल आकर मरीजों की सोनोग्राफी करते थे।अब गर्भवतियों की सोनोग्राफी जांच डॉ.दीपक गुप्ता, मरीजों की सोनोग्राफी की जांच सर्जरी चिकित्सक डॉ.दिनेश खत्री अपने चहेते मरीजों की सोनोग्राफी की जांच कर लेते हैं। बाकी लोगों को सोनोग्राफी के लिए भटकना पड़ता है। या फिर प्राइवेट क्लीनिकों पर महंगी राशि जेब से खर्च करना पड़ती है। जिला अस्पताल की सोनोग्राफी की जांच सुविधा का लाभ मरीजों व अन्य गर्भवतियों के लिए नसीब नहीं हो पा रहा है।विदित हो कि रेडियोलॉजिस्ट डॉ.एसएस कुशवाह ने जब से अनिवार्य सेवानिवृत्ति बीआरएस लिया है तब से सोनोग्राफी के लिए मरीजों की मुश्किलों चार गुना बढ़ गई हैं।
इनका कहना है
ब्लड बैंक की एनालाइजा मशीन महीने भर से खराब है।उसे सुधरवाने लिए एम हेल्थ केयर कंपनी भोपाल भिजवायी गई है।कंपनी के मैकेनिक मशीन की जल्द मरम्मत कराए जाने का आश्वासन दिया है।संभवतया एक दो रोज में मशीन को रिपेयरिंग के बाद बुलवा लिया जाएगा।
डॉ.बीबी गुप्ता,
सिविल सर्जन अस्पताल रायसेन