भोपाल। मध्यप्रदेश शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद में लगे शिक्षा मंत्री डाक्टर प्रभुराम चौधरी द्वारा अयोग्य शिक्षको को सेवा से पृथक करने के निर्देश के बाद 16 शिक्षकों को सेवा से पृथक करने के आदेश जारी होने के बाद से ही आक्रोषित शिक्षक संगठन प्रदेश के कई जिलो में विरोध प्रदर्शन कर रहे । तमाम शिक्षक संगठन एवं अन्य कर्मचारी संगठन शिक्षको के साथ खड़े हैं । इधर प्रदेश में सेवा से पृथक किये गये शिक्षकों के समर्थन में संबंधित आदेश की प्रतियां जलाने के मामले में संचालक लोक शिक्षण गोतम सिंह ने प्रदेश के सभी संभागीय संयुक्त संचालको को जिलो के जिला शिक्षा अधिकारियो के माध्यम से अवगत कराया गया है की जिन शासकीय सेवको ने संबंधित आदेश की प्रतिया जलाई है उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाही करे । इस आदेश को शिक्षक संगठन शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की हिटलर शाही बता रहे हंै । मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के शिक्षा प्रकोष्ठ प्रमुख मुरारी लाल सोनी का कहना है की प्रदेश की सरकार के शिक्षा मंत्री ओर सरकार लगता है कर्मचारी विरोधी है जो तरह तरह से शिक्षको को डरा रही है हम सब सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियो का जमकर विरोध करेंगे ।
इधर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आने बाले दिनो में हजारो की संख्या में शिक्षको को सेवा से पृथक किया जावेगा जिससे सरकार ओर शिक्षको के बीच तनातनी तय है । वही शिक्षा विभाग ओर शिक्षा मंत्री किसी तरह भी शिक्षको के आगे झुकने के मूड में नहीं हैं ।
16 शिक्षकों के अनिवार्य सेवानिवृत्ति के आदेश की प्रति जलाने वाले शिक्षकों के खिलाफ होगी कार्रवाई