सरपंच सचिव ने किया लाखों का भ्रष्टाचार, ग्रामीणों का आरोप

पंचायतों में सरकार के रुपयों की बंदरबांट, सरपंच सचिव की कारगुजारियां उजागर


/समय जगत /कमल पांचाल, आष्टा/सीहोर जिले के आष्टा जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत मुरावर में सरपंच-सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने का मामला सामने आया है । शिकायतकर्ता राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव ने शासकीय हाई स्कूल के बच्चों के खेल मैदान को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया है। सरपंच-सचिव पर खेल मैदान हेतु स्वीकृत 3 लाख रुपये की राशि हड़पने का आरोप है । वहीं जब इसकी शिकायत सीहोर कलेक्टर को की गई तो आनन-फानन में भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिये स्कूल के मैदान में गड्ढे खोदकर लीपापोती की गई, जिससे स्कूली बच्चों के सामने एक नई फजीहत खड़ी हो गई। वहीं आज भी हाई स्कूल की करीब तीन एकड़ भूमि पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है। शासकीय स्कूल के प्राचार्य ने तहसीलदार से लेकर आला अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई लेकिन जिम्मेदारों के कानों में जूं तक नही रेंगी ।
लाखों का नवीन पंचायत भवन 'खंडहर हाल
किस तरह शासन के रुपयों को बर्बाद किया जा रहा है इसकी बानगी ग्राम पंचायत में बना नवीन पंचायत भवन है जो लाखों रूपये की लागत से बना है लेकिन जिम्मेदारों की कारगुजारियों के चलते खंडहर में तब्दील हो गया है । ग्राम पंचायत का भवन गांव से बाहर बनाया गया जिसके चलते गांव के सामुदायिक भवन में पंचायत संचालित की जा रही है। साथ ही ईजीएस स्कूली बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन बनाने हेतु एक किचन शेड बनना था लेकिन जमीनी हकीकत में स्कूल में कोई किचन शेड निर्मित नहीं किया गया । उक्त किचन शेड जिसकी 1 लाख 50 हजार रुपये की राशि भी निकालने का आरोप है शिकायतकर्ता की माने तो यहाँ किचन शेड भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया।
सड़क भी खा गए भ्रष्टाचार के दानव
ग्राम पंचायत मुरावर में शिकायतकर्ता की मानें तो ग्राम पंचायत द्वारा बनाए गए सीसी रोड भी भ्रष्टाचार के दानव खा गए हैं। गांव का उक्त सड़क में भी सरपंच सचिव ने बड़ा खेल किया है और सड़क की 1 लाख 80 हजार रुपये की राशि भी निकाल ली गई, लेकिन सड़क का निर्माण अब तक नहीं किया गया है जो सीधा-सीधा जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है कि किस तरह सरकार के रुपयों की बंदरबांट की जा रही है।
इनका कहना है...
मेरे संज्ञान में यह मामला आया था उक्त मामले की जांच में जो दोषी पाए गए हंै उनपर जल्द कार्यवाही होगी।
अरुण विश्वकर्मा, जिला पंचायत सीईओ सीहोर